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जनवरी, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

मणिपुर में हिंसा थम नहीं रहा है

  मणिपुर में हिंसा थम नहीं रहा है और हिंसाग्रस्त मणिपुर के उपचार को मद्देनजर रखते हुए भारत के मुख्य न्यायाधीश(सीजेआई) डी.वाई.चंद्रचूड़ ने 7 अगस्त , 2023 को खुली अदालत में यह घोषणा कि सुप्रीम कोर्ट राहत कार्यों , पुनर्वास , मुआवजे और निगरानी के लिए उच्च न्यायालय के तीन पूर्व न्यायाधीशों जस्टिस गीता मित्तल , शालिनी फणसलकर जोशी और आशा मेनन की एक महिला समिति नियुक्त करेगा। न्यायमूर्ति मित्तल जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय की पूर्व मुख्य न्यायाधीश हैं। न्यायमूर्ति जोशी बॉम्बे उच्च न्यायालय की पूर्व न्यायाधीश हैं और न्यायमूर्ति मेनन दिल्ली उच्च न्यायालय की सेवानिवृत्त न्यायाधीश हैं। शीर्ष अदालत ने इस ओर भी इशारा किया कि वह हिंसा के दौरान दर्ज मामलों की समग्र जांच की निगरानी के लिए महाराष्ट्र कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी दत्तात्रय पडसलगीकर को नियुक्त करेगी , जिन्होंने एनआईए , आईबी और नागालैंड में काम किया था। मणिपुर में मई से जुलाई तक 6,500 से अधिक एफआईआर दर्ज की गई हैं। मणिपुर सरकार ने कहा कि वह मामलों की जांच के लिए 42 एसआईटी का गठन करेगी। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह छह अन्य राज

4th test

  4 मैचो के टेस्ट सीरीज का चौथा टेस्ट गाबा मे खेला जायेगा, 4 मैचो के इस श्रृंखला मे दोनो टीम ने 1-1 मैच मे जीत हासिल किया और तीसरा मैच ड्राॅ रहा था। सीरीज अभी भी बराबरी पर चल रही है और इस सीरीज का निर्णय चौथे मैच मे होगा। सीरीज का आखिरी और चौथा मैच 15 जनवरी को गाबा के मैदान में आ जायेगा। तीसरे टेस्ट मैच के बाद भारतीय टीम के खेल ने ना सिर्फ सीरीज को बचाया है, बल्कि भारतीय दिग्गजों को भी काफी प्रभावित किया है।  भारतीय टीम तीसरे टेस्ट के दूसरी पारी मे भारतीय बल्लेबाजों ने संयम का जो परिचय दिया है, उसे देखकर इस बात का पता चलता है की टी-20 के इस जमाने मे भी टेस्ट का अहमियत बरकरार है और इस तरह के ही टेस्ट कि खुबसूरती है। हांलाकि इस बात मे कोई शक नही है की भारत इस टेस्ट मैच को जीत सकता था। भारतीय टीम ने जिस तरह से तीसरे टेस्ट मैच मे अपने खेल का प्रदर्शन दिखाया है , इससे एक बात तो आप हो जाती है की भारतीय टीम उत्साह से लबरेज है और किसी भी प्रकार कि परिस्थिति के लिए तैयार है। लेकिन इस टेस्ट सीरीज मे चोट ने भारतीय टीम का साथ नही छोडा , टेस्ट सीरीज के पहले मैच से ही भारतीय खिलाड़ी चोटिल होते आ

तीसरा टेस्ट तीसरा दिन

सिडनी मे भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला जा रहा तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन भारत की पहली पारी 244 रन पर सिमट गयी, दूसरे दिन के खेल खत्म होने तक भारत ने 2 विकेट खोकर 96 रन स्कोर बोर्ड पर लगा दिया था। तीसरे दिन के खेल के शुरु होने के बाद भारतीय टीम ने महज अपने स्कोरबोर्ड मे बचे 8 विकेट को खोकर मात्र 148 रन ही जोड सके। पहली पारी मे भारत के ऑलआउट होने के बाद तक ऑस्ट्रेलिया टीम 96 रन से लीड मे है, तीसरे दिन पैट कमिंस काफी बेहतर लय मे दिखे है और इनकी धारदार गेंद बाजी का ही असर है की भारतीय बल्लेबाज टेस्ट के तीसरे दिन कुछ खास कमाल नही दिखा पाये। भारत को 244 रन पर समेटने मे पेट कमिंस का अहम योगदान रहा है, पहली पारी मेंं कमिंस ने मात्र 29 रन देकर 4 विकेट अपने नाम किया है। बल्लेबाजी तीसरे दिन भारत की बल्ले बाजी का कमान कप्तान रहाणे और पुजारा के ने संभाली, शुरुआत मे दोनो ही बल्लेबाज काफी संभलकर खेले लेकिन कप्तान रहाणे इस बार कुछ खास कारनामा कर नही सके। इसके बाद भारतीय टीम के तरफ से पुजारा ने अर्धशतक जडा लेकिन अपना 50 पुरा करने के बाद ही पुजारा भी आउट हो गये। इस पारी मे भारत के तीन बल्लेबाज रनआउट

तीसरे टेस्ट से पहले आयी खबर

4 मैचो कि श्रृंख्ला का तीसरा मैच सिडनी में खेला जायेगा, 4 मैचो कि इस टेस्ट श्रृंखला में दोनो टीमों ने 1-1 मैच जीता है। इस मैच में भी भारत के तरफ से काफी बदलाव देखने को मिलेगा, जहां पिछले मैच में शुभमन गिल को डेब्यू करने के साथ ओपनिंग करने का मौका मिला और साथ में रहाणे को ऑस्ट्रेलिया में कप्तानी करने का मौका भी मिला। दूसरा टेस्ट खत्म होने के बाद भारतीय टीम को लेकर कई विवाद भरी बातें और सनसनीखेज खबर भी सामने आयी है, तो चलिये जानते है खिलाडी के साथ-साथ विवादों के बारे में भी। बल्लेबाज अपने एकांतवास के समय को पुरा कर रोहित शर्मा टीम के साथ जुडे हुए है और तीसरे मैच की तैयारी भी कर ली है, इसके साथ ही रोहित शर्मा को श्रृंखला के बचे दो मैच के लिए भारतीय टीम का उपकप्तान बनाया गया है। रोहित शर्मा के टीम में आने के बाद भारतीय फैन और भारतीय टीम दोनो को इनसे बेहतर प्रदर्शन कि उम्मीद है। इसके अलावा शुभमन गिल ने अपने इकलौते और डेब्यू मैच में अपने बल्ले से काफी बढिया प्रदर्शन किया था और मैच जीताकर ही वापस आये थे। शुभमन गिल ओपनर के तौर पर बेहतर विकल्प साबित हुए है लेकिन रोहित के टीम में आ जाने के

आज कि खबर

आज की बडी खबर भारतीय टीम का ऑस्ट्रेलिया दौरा बढते दिनों के साथ कई सारे खबरों को लेकर आती रही है, एक बार फिर टेस्ट का मैच शुरु होने से पहले भारतीय टीम और भारतीय फैन के लिए ऑस्ट्रेलिया से दुखद समाचार आयी है। पहले टेस्ट के शुरु होने से लेकर तीसरे टेस्ट के शुरु होने तक भारतीय टीम को एक के बाद एक झटके लग रहे है और तीसरा टेस्ट शुरु होने से पहले भारतीय टीम को एक और झटका लग गया है। भारतीय टीम के बल्लेबाज लोकेश राहुल चोटिल हो गये है, प्रैक्टिस करते वक्त राहुल के कलाई मे चोट लग गयी थी और राहुल ऑस्ट्रेलिया दौरे से बाहर हो गये है। पहले टेस्ट के बाद मोहम्मद शमी चोटिल हो गये थे और विराट कोहली भी भारत वापस लौटकर आ गये थे, इसके बाद दूसरे टेस्ट मे उमेश यादव चोटिल हो गये थे और अब तीसरे मैच से पहले राहुल चोटील हो गये है। ऐसे में भारतीय टीम के साथ-साथ रहाणे के लिए चुनौतियां और भी बढ गयी है। कहते है की साल कि शुरुआत हमेशा धमाकेदार होनी चाहिए और गलती से ये मौका दुनिया के सबसे श्रेष्ठ बल्लेबाज केन विलियमसन को मिला और उन्होने इस मौके को दोनो हाथो से लुट लिया, न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के बिच खेले जा रह

आज कि खबर

आप सभी जानते है की भारत में सियासत से लेकर सड़क हर रोज कुछ ना कुछ घटता ही रहता है, ऐसे में चलिये जानते है आज के घटित घटनाओं को। बंगाल कि सी.एम ममता बनर्जी ने किया किसानों  का समर्थन , पश्चिम बंगाल में कुछ ही समय में चुनाव होने वाला है। ऐसे समय में सियासत संग्राम की तरह हो जाता है और भारतीय मीडिया की माने तो बंगाल में विधानसभा चुनाव नहीं ममता और अमित की लड़ाई है। इस चुनाव के समय में ममता ने देश के किसानों का समर्थन किया है और समर्थन करते हुए कहा है की देश और देश के किसानों के बारे में सोचते हुए सरकार को तीनों बिल वापस ले लेना चाहिए। इसके अलावा ममता केंद्र से एक और से बात से खफा और इस बार कारण नेता जी सुभाष चंद्र बोस है, ममता ने कहा की हमें कभी ऐसा नहीं लगा की हमने नेता जी के लिए कुछ किया है, ऐसे में ममता चाहती है की सरकार 23 जनवरी जो की नेता जी का जन्मदिन है उसे राष्ट्रीय छुट्टी घोषित कर दिया जाये और ममता जी ने इसके लिए चिट्ठी भी लिखी थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका। किसानों  के साथ इस मुलाकात से भी नहीं बनी सरकार की बात , सरकार से एक बार फिर किसानों लीडरों कि मुलाकात हुयी और ये सिर्फ एक

कचरा पहाड़

Garbage mountain in Delhi  आपने कभी सोचा या सुना है कि कचरों से पहाड़ बन गया हो और फिर वो पहाड़ कुतुब मीनार कि उंचाई छुने वाली हो। कचरों का पहाड़ फिलहाल कुतुब मीनार से मात्र 8 मीटर छोटा है और ऐसा माना जा रहा है कि दिल्ली गाजीपुर स्थित कचरों का पहाड़ जल्द हि कुतुब मीनार से भी उंची होने वाली है। हालांकि ये पढना और सुनना थोडा अजीब है लेकिन ये सच है। गाजीपुर स्थित कचरापहाड़ अपने उंचाई के चरम सीमा पर है और इसके उंचाई के चर्चे पुरे दिल्ली में है। किसी पहाड़ कि तरह एकङों फैला ये कचरापहाड़,1984 में इस पहाड़ कि मतलब इस जगह कि निव रखी गयी थी  तब शायद कोइ ये नही जानता होगा कि रास्ते के बगल में बसायी गयी कूडों को ढेर(घर) कभी विकराल कचरापहाड़ का रुप ले लेगी।  29 एकङ में फैला ये कचरापहाड़ यहां प्रतिदिन 2000 टन कूडा फेंका(डम्प) किया जाता है। पूर्वी दिल्ली के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर का कहना है कि अगर यही स्थिति रही तो कूडे का यह पहाड़ जल्द हि ताज महल से भी उंची होगी और हम में से कोइ भी ऐसा नही चाहेंगे कि ताजमहल = कचरापहाड़।पुरे दिल्ली में ऐसे 3 जगह है जहां कूङो को डम्प किया जाता है ; 1- गाजीपुर 2-ओखला 3-भलस्वा

सुशांत सिंह राजपूत

आज पुरे दुनिया पर कोरोना का कहर जारी है, भारत देश में लॉकडाउन के बाद बॉलीवुड ने एक के एक महान् कलाकार खोया है लेकिन सुशांत को छोडकर हर किसी कि मौत स्वाभाविक हुयी है। सुशांत कि तरह किसी भी कलाकार ने आत्महत्या नही किया है, हालांकि अभी तक ये बात तय नही हुयी है की सुशांत ने आत्महत्या किया है या फिर उनका मर्डर हुआ है क्योकि सुशांत के मौत के बाद जैसे-जैसे समय बढता जा रहा है सुशांत के मृत शरीर कि फोटो को देखकर लोगो को ये मर्डर लग रहा है जिसकी मिस्ट्री अभी तक उलझी हुयी है। अगर सुशांत कि मृत्यु का वजह खूदकुशी है तो, ऐसे मे मुझे काबिल मुवी का डायलॉग याद आ रहा है - अक्सर दिखाई नही देता है पर सामने जरूर होता है ...... हर खुदकुशी करने वाले का कातिल जरूर होता है। सुशांत सिंह राजपुत एक मेधावी छात्र, एक मेहनतकश कलाकार और एक बुध्दीजीवी इंसान, जिनसे मिलने के बाद अक्सर लोगो को ऐसा लगता था जैसे मानो किसी विज्ञान के प्रोफेसर से मिल रहा हो। विज्ञान और अंतरिक्ष कि बातें करने वाले सुशांत हमेशा भविष्य को लेकर अग्रसर रहने वाले इस व्यक्ति का जन्म भारत के बिहार राज्य मे हुआ था, भारत का एक ऐसा राज्य जहां के ल

लेबनान विस्फोट

दुनिया अभी भी कोरोना के पकड से बाहर नहीं निकला है और पुरी दुनिया इस जद्दोजहद मे लगा हुआ है की कि किसी भी तरह से कोरोना को हराया जाये लेकिन ऐसे मे अचानक से दुनिया के सामने दो खबर आती है, एक खबर जो दुनिया को खुश कर दोनों वाली है और दूसरी खबर दुनिया को दहला देने वाली थी। ये दोनों खबर धरती के दो अलग-अलग हिस्सों से और दो अलग देश से आयी है, लोगों के लिए ये समझना मुश्किल हो गया है की वो अच्छा खबर को सुनकर हंसे या फिर एक दहला देने वाली घटना की खबर को सुनकर खुद को कोशे। सबसे पहले लोगो को खुश कर देने वाली खबर के बारे में बताते है, जिस कोरोना ने पुरे दुनिया में तबाही मचाते हुए पुरी धरती को मानो विरान कर देने की कसम खायी थी। एक हाहाकार जो कोरोना ने दुनिया में मचा कर रखा था, उसका इलाज ढुंढ लिया गया है और ऐसा करने वाला या फिर ये कहें की कोरोना को पछाडने मे रुस दुनिया का सबसे पहला देश बन गया है। रुस ने कोरोना का वैक्सीन बना लिया है और जाहिर है की इस खबर को सुनने के बाद लोगो मे खुशी कि लहर छा गयी है, सही मायने में कहा जाये तो दुनिया को ऐसे किसी खबर का बेसब्री से इतंजार था। जिसे सुनकर उन्हे सुकुन मिल