प्रतिबंधित गुट खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) के प्रमुख और अमृतपाल सिंह के करीबी अवतार सिंह खांड़ा का बर्मिंघम में निधन हो गया। खालिस्तानी कार्यकर्त्ता अमृतपाल सिंह के करीबी और अवतार सिंह खांड़ा इंग्लैंड में खालिस्तानी विचारधारा को एक आंदोलन बनाने का काम कर रहा था, भारत से बाहर रहकर भारत कि छवी को दाग-दार करने कि कोशिश भी कर रहा था।
मौत का कारण अभी कुछ पक्का नहीं है, लेकिन सुत्रों कि माने तो खांड़ा
कि मृत्यु की वजह कैंसर है, जबकि उनके समर्थकों ने दावा किया कि उनकी मृत्यु की
वजह कैंसर नही जहर है, और खांड़ा मौत रोग से होने वाली स्वभाविक मौत नहीं है बल्कि
मौत का साजिश रचा गया है। हर कोई सैंडवेल अस्पताल से मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार कर
रहा है, जहां उसकी मौत हुई थी। आपको बता दें की
खांड़ा पिछले कुछ दिनों से लाइफ सपोर्ट पर थे।
एजेंसियों से मिले खबर के मुताबिक शुरू में ऐसा प्रतित हुआ था कि ये
जहर के कारण हुआ है, जिसके लिए उसे
अस्पताल में भर्ती कराया गया था, "अब
तक जो जानकारी हमें मिली है, उसके अनुसार उसके
मेडिकल रिकॉर्ड को देखने के बाद मौत का कारण ब्लड कैंसर बताया गया है।"
राष्ट्रीय जांच एजेंसी(NIA) का
मानना है कि, 19 मार्च को लंदन में भारतीय उच्चायोग पर हुए हमले के पीछे का
मास्टरमाइंड अवतार सिंह खांड़ा ही था और परिसर के बाहर लहरा रहे भारतीय झंडे को
नीचे उतारने में भी उसकी अहम भूमिका थी। लंदन में रहकर अवतार सिंह भारत के खिलाफ
चाल चल रहा था, और उच्चायोग परिसर के बाहर लहरा रहे भारतीय झंडे को उतारते हुये और
उच्चायोग के आस-पास फैले उपद्रव को वीडियो भी पूरे दुनिया ने देखा था।
अवतार सिंह खांड़ा का जन्म मोगा जिले में हुआ था। माना जाता है कि खांड़ा
को जगतार सिंह तारा और परमजीत सिंह पम्मा सहित केएलएफ के अन्य नेताओं के साथ
गठबंधन में काम कर रहा था। इन सबके अलावा उसके एक अन्य उग्रवादी नेता गुरजंट सिंह
बुद्धसिंगवाला के साथ भी संबंध थे। कई मौकों पर भारतीय उच्चायोग के सामने आक्रामक
प्रदर्शन करने में खांड़ा लंदन के अन्य चरमपंथियों जोगा सिंह, कुलदीप सिंह चहेरू और गुरशरण सिंह के साथ था।
भारतीय एजेंसियों का मानना है कि खांड़ा एक चरमपंथी और अलगाववादी
विचारधारा का व्यक्ति है, और इसपर संवेदनशील युवाओं को कट्टरपंथी और अलगाववादी
विचारधारा का बनाने और प्रशिक्षित करने का आरोप लगाया है। साल 2015 में ब्रिटिश
सरकार को भारतीय सरकार ने एक लिस्ट सौंपी थी उन लोगों कि जो भारत के खिलाफ इंग्लैंड
में साजिश रचने के आरोप है और उस सूची में अवतार सिंह खांड़ा का भी नाम था।
हालांकि, छात्र वीजा पर देश में प्रवेश करने के
बाद खांड़ा को राजनीतिक शरण पर ब्रिटेन में रहने की अनुमति दी गई थी।
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